हापुड़ के गांवों में आरोग्य मंदिर बंद रहने से स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। पांचवें दिन सिर्फ 11 सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी) ही पहुंचे, जबकि 115 केंद्रों पर ताले लगे रहे। सीएमओ ने शासन को अवगत कराया है, सीएचओ की सेवाओं की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसी के आधार पर वेतन मिलेगा, इसी महीने स्वास्थ्य समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय भी होगा।
गावों में ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं, जांच और निशुल्क दवाएं मुहैया कराने के लिए आरोग्य मंदिर बनाए गए हैं। इन पर 126 कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर की नियुक्ति की गई थी। शासन ने इनके लिए ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य की है, जिसका पिछले दिनों से सीएचओ विरोध कर रहे हैं। पिछले पांच दिन से जिले के समस्त आरोग्य मंदिरों पर ताले लटके हैं। ऐसे में जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गईं है। मरीजों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
सीएमओ ने ऑनलाइन हाजिरी न देने की समयावधि का वेतन काटने के आदेश दिए हैं। साथ ही सेवा समाप्ति का प्रस्ताव स्वास्थ्य समिति की बैठक में रखने का निर्णय लिया है। सोमवार शाम को ऑनलाइन बैठक में सीएमओ ने शासन को सीएचओ की अनुपस्थिति से स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावित होने के बारे में अवगत कराया है।
शासन से आदेश मिले हैं कि सीएचओ के कार्यों की रिपोर्ट तैयार की जाए, वेतन भी इसी के आधार पर मिले। मंगलवार को भी 115 केंद्रों पर ताला लटका रहा, सिर्फ 11 सीएचओ की आए। उनके कार्यों की समीक्षा की गई है। वहीं, इसी महीने स्वास्थ्य समिति की बैठक भी प्रस्तावित है, जिसमें सीएचओ को लेकर अहम निर्णय हो सकता है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की आरोग्य मंदिरों में नियुक्त सीएचओ के कार्यों की रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। ऑनलाइन हाजिरी नहीं लगाने वाले दिनों का वेतन कटेगा, आगामी कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।