हापुड़ में अधीक्षण अभियंता कार्यालय में टेंडर संबंधी पटल देखने वाले ऑपरेटर (संविदा) को बर्खास्त कर दिया गया है। एमडी कार्यालय में उनकी शिकायतें चल रहीं थी, साथ ही पिछले कई दिन से बिना बताए उनकी गैरहाजिरी पर भी अधिकारियों ने संज्ञान लिया है।
हापुड़ में ऊर्जा निगम के अधिकारियों की लगातार शिकायतें हो रही हैं, जिस कारण निगम की छवि धूमिल हो रही है। ऐसा नहीं है कि सभी शिकायतें आधारहीन हैं, कुछ शिकायतों पर एसडीओ तक निलंबित हुए हैं। ऐसे में इतना तो स्पष्ट है कि निगम में कहीं न कहीं बड़ा गड़बड़झाला चल रहा है।
संविदा कर्मी शफीक लंबे समय से अधीक्षण अभियंता कार्यालय में नियुक्त थे। बेहद महत्वपूर्ण पटल की उन्हें जिम्मेदारी दी गई थी। टेंडर संबंधी समस्त कार्य वह देखते थे। पिछले दिनों एसडीओ द्वितीय के कार्यालय में एक कंप्यूटर ऑपरेटर रिश्वत लेते पकड़ा गया था। जिस पर एसडीओ द्वितीय को भी निलंबित किया गया।
इसके बाद से शफीक की शिकायतें विभिन्न मामलों से जोड़कर एमडी कार्यालय में की जाने लगी। शिकायत में कई कर्मचारियों के नाम से मानदेय निकालने का भी आरोप लगा था, हालांकि अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की। कुल मिलाकर पिछले करीब दो सप्ताह से बिना बताए शफीक अनुपस्थित चल रहे थे। इसी बीच एमडी कार्यालय से आई टीम ने टेंडर संबंधी फाइलें भी खंगाली। हालांकि अधिकारी इसे नियमित निरीक्षण बता रहे थे, लेकिन चर्चा टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी की थी। बहरहाल, हापुड़ का ऊर्जा निगम, एमडी कार्यालय की रडार पर है। हर कार्य की निगरानी हो रही है।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की बिना बताए अनुपस्थित रहने और अन्य कुछ शिकायतों पर संविदा कर्मी शफीक को बर्खास्त कर दिया है। संबंधित कंपनी को भी इस संबंध में पत्र लिखा है, इस पटल पर दूसरे कर्मचारी की नियुक्ति की जा रही है।