हापुड़ जिले में 21वीं पशु गणना की तैयारियां शुरू हो गई हैं, एक सितंबर से टीमें गणना करेंगी। अधिकारी औचक निरीक्षण करेंगे। इस बार गाय, भैंस के साथ ही कुत्ता, बिल्ली, ऊंट और हाथियों की भी गणना होगी। शनिवार को गणनाकारों का प्रशिक्षण होगा। 31 दिसंबर तक प्रजाति के अनुसार संख्या जुटाने का लक्ष्य रखा है।
जिले में एक सितंबर से पशुओं की गणना शुरू होगी। 2.22 लाख घरों में कल से पशुओं की जनगणना होगी। चार महीने तक गणना का कार्य होगा। चार साल में एक बार पशुओं की गणना की जाती है, वर्ष 2019 में गणना के अनुसार जिले में 3.48 लाख पशु थे, जो 2015 की गणना के सापेक्ष करीब चार हजार कम थे। लेकिन पिछले कुछ साल में देहात अंचल से पशुओं की संख्या कम हुई है। किसान और पशुपालक अपने आय के स्रोत में बदलाव करते दिखे हैं।
हालांकि पशुओं की सही गणना की जानकारी 31 दिसंबर के बाद ही लग सकेगी। बहरहाल, पशुपालन विभाग ने ग्राम पंचायतवार गणना करने को कमर कस ली है। गणनाकारों को 9 रुपये प्रति घर के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. ओपी मिश्रा- ने बताया की जिले में एक सितंबर से पशुओं की गणना शुरू होगी। शनिवार को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस बार पशुओं की नस्ल सहित गणना होगी, हर रोज औचक निरीक्षण कर सर्वे का सत्यापन भी होगा।