हापुड़ इसे यूपी पुलिस का क्रेज कहेंगे या फिर बेरोेजगारी। उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भले ही इंटरमीडिएट पास रखी गई हो लेकिन, बीएड, परास्नातक, बीएससी, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा धारक अभ्यर्थी भी इस परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
पिछले वर्षो से प्रदेश में शिक्षक भर्ती का विज्ञापन तक जारी नहीं हो सका है। निजी क्षेत्रों में भी नौकरी का बुरा हाल है और जो लोग निजी क्षेत्र में नौकरी कर रहे हैं, बंदिशों के कारण वह भी नौकरी छोड़कर सरकारी नौकरी पाने की चाह में पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में भाग ले रहे हैं। एमए, बीएससी, बीएड, एमसीए उत्तीर्ण कर चुके युवा भी दिन रात तैयारी कर रहे थे। शनिवार को परीक्षा केंद्रों के बाहर ऐसे अभ्यर्थियों की कतार लगी रही।
बुलंदशहर की सविता का कहना है कि स्नातक के बाद बीएड कर टीईटी परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली है लेकिन, पिछले कई वर्षों से प्रदेश में शिक्षक भर्ती नहीं निकल सकी है। जिस कारण रोजगार पाने के लिए पुलिस आरक्षी भर्ती की तैयारी का परीक्षा में भाग लिया।
छतरपुर, मध्य प्रदेश की आरती अहिरवाल का कहना है कि परास्नातक कर चुकी हूं और सरकारी नौकरी की तैयारी भी कर रह हूं। पुलिस में भर्ती होकर सेवा का अवसर मिलेगा, इसके बाद दूसरी नौकरी की भी तैयारी करेंगी।