हापुड़ के मौसम में लगातार बदलाव और अनियमित खानपान से लोगों को डायरिया चपेट में ले रहा है, हर वर्ग के लोग इस बीमारी से परेशान हैं। पेट दर्द और लिवर में सूजन से हालत बिगड़ रही है। इसके साथ ही त्वचा रोग, वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
बरसात के मौसम में बीमारिया बढ़ जाती है, इसलिए इस मौसम में खास सावधानियों की जरूरत होती है। वर्तमान में किसी दिन गर्मी तो किसी दिन बारिश हो रही है। इस कारण मौसम तेजी से बदल रहा है। रात में एसी और कूलर में सोने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। इस मौसम में खानपान में लापरवाही बरतना लोगों को भारी पड़ रहा है और वह डायरिया का शिकार होने लगे हैं। सरकारी अस्प्तालों में रोजाना 250 से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की भरमार है।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. प्रदीप मित्तल ने बताया कि बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के संक्रमण, दूषित भोजन या पानी के सेवन से डायरिया हो सकता है। इसलिए इस मौसम में बाहरी खानपान से बचना चाहिए। साथ ही बासी भोजन, बाजार का दूषित भोजन व जंक फूड लगातार खाने से डायरिया के मामले बढ़ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि बच्चों में डायरिया के कारण आंतों और लिवर में सूजन बन रही है। जिस कारण दर्द से बच्चे परेशान हैं। इसके साथ ही त्वचा रोग बच्चों में अधिक फैल रहा है। ईएनटी डॉ. मोहिनी सिंह ने बताया कि कान, गले का संक्रमण बढ़ा है। मरीज परामर्श के बाद ही दवाओं का प्रयोग करें, अनावश्यक दवाओं का प्रयोग खतरा बन सकता है। सीएचसी में लगी सिटी स्कैन मशीन बृहस्पतिवार को अचानक खराब हो गई।