हापुड़ जिले के सरकारी अस्पतालों में अब निजी स्त्री रोग विशेषज्ञ गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराएंगी। शासन से सर्जन न मिलने पर विभाग ने यह कवायद शुरू की है। विभाग ऐसे चिकित्सकों को ऑपरेशन और परामर्श का शुल्क देगा। अल्ट्रासाउंड के लिए भी गर्भवतियों को क्यूआर कोड दिए जा रहे हैं, इसका शुल्क विभाग वहन करेगा। जिससे मरीजों को सुविधा मिलेंगी।
जिले की आठ सीएचसी में सालों से सर्जन नहीं हैं, एक सर्जन था जिन्हें जिला अस्पताल में संबद्ध किया गया था। अब उनका भी स्थानांतरण हो गया है। ऐसे में ऑपरेशन सेवा अब बंद हो गई है। मरीजों को सुविधा न मिलने से परेशानी हो रही है। सामान्य ऑपरेशन वाले मरीजों को चिकित्सक रेफर कर देते हैं। लेकिन अस्पतालों में आने वाली गर्भवती महिलाओं की कई बार इसमें हालत बिगड़ जाती है।
इस समस्या से राहत पाने को विभाग ने आपात समय में गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन के लिए निजी चिकित्सकों को सेवा देने के लिए आमंत्रित किया है। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, एनेस्थिसिया को अलग अलग शुल्क दिया जाएगा। फिलहाल हापुड़ सीएचसी में इसकी व्यवस्था की गई है।
उधर, सरकारी अस्पतालों के अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर भीड़ अधिक बढ़ जाने के कारण अल्ट्रासाउंड के लिए भी गर्भवतियों को क्यूआर कोड दिए जा रहे हैं। 24 सेंटरों को स्वास्थ्य विभाग ने क्यूआर सुविधा से जोड़ा है। गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों से क्यूआर कोड दिए जा रहे हैं, जिनके माध्यम से महिलाएं इन 24 सेंटर पर अल्ट्रासाउंड करा सकती हैं। इसका शुल्क विभाग वहन कर रहा है।
स्त्री रोग विशेषज्ञों को दिन में ऑपरेशन करने पर दो हजार और एक हजार यात्रा शुल्क देय होगा। रात के समय ऑपरेशन का चार हजार और एक हजार यात्रा किराया देय होगा। प्रत्येक विजिट पर 1500 रुपये अलग से देय होगा। एनेस्थिशिया को दिन के लिए एक हजार और रात में दो हजार का शुल्क देय होगा।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं का सिजेरियन प्रसव हो सकेगा। इसके लिए प्राइवेट चिकित्सकों से सुविधा ली जाएगी। मरीज को कोई शुल्क नहीं देना होगा, बल्कि विभाग ही इसका शुल्क वहन करेगा।