जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के गांव मानकचौक के जंगल के कुएं में गिरे तेंदुए के शावक का मामला सामने आया है। किसान के खेत में स्थित कुएं में तेंदुए का शावक मिलने से किसानों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शावक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है और तेंदुए को पकडने के लिए पिंजरा लगा दिया है। वही शावक के मिलने से किसानों में भय का माहौल बन गया है।
15 अगस्त को वन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों ने सूचना दी कि मानक चौक के यशपाल सिंह के खेत में बने कुएं में कोई बिल्ली जैसा बच्चा गिरा हुआ है। जब वहां वन विभाग की टीम रेंजर करण सिंह के नेतृत्व में पहुंची, तो देखा कि कुएं में तेंदुए का शावक है। जिससे देख हड़कंप मच गया। वन विभाग के कर्मचारियों ने सावधानी बरतते हुए ग्रामीणों और किसानों की मदद से शावक को कुएं से बाहर निकलवाया। जिसे तुरंत ही पिंजरे में सुरक्षित रख दिया गया।
वहीं जंगल में तेंदुए का शावक मिलने से किसानों में भय का माहौल बन गया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शावक यहां पर है, तो कम से कम तेंदुए का एक जोड़ा और अन्य शावक भी आसपास के जंगल में मौजूद होने चाहिए। ग्रामीणों का मानना है कि शावक की तलाश में उसकी मां जंगल में आ सकती है। जो किसानों पर भी हमला कर सकती है। ग्रामीणों की मांग पर तेंदुए को पकडने के लिए पिंजरा लगा दिया है।
वन विभाग की टीम शावक को अपने साथ आलमगीरपुर रेंज की नर्सरी में ले गई है। जहां डिप्टी सीवीओ डॉ. रंजन सिंह टीम के साथ उसका उपचार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पकड़ा गया शावक करीब तीन माह का नर है। जो दो से तीन दिन पहले सूखे कुएं में गिरा है। दो से तीन दिन तक भूखा रहने से वह काफी कमजोर हालत में है। जिसका उपचार चल रहा है।
वन क्षेत्राधिकारी करन सिंह ने बताया कि शावक का उपचार कराया जा रहा है, वहीं तेंदुए होने की संभावना के कारण मानक चौक के जंगल में पिंजरा लगवा दिया गया है।