हापुड़ में जरौठी रोड पर एक प्लाईवुड फैक्टरी में अनुदानित कृषि यूरिया के प्रयोग का पर्दाफाश हुआ है। कृषि विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों ने यूरिया के 20 कट्टे बरामद किए। सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
कृषि संबंधी यूरिया किसानों को करीब पांच गुना कम दाम पर मुहैया कराया जाता है, जिस पर सरकार अनुदान देती है। इसे नीम लेपित भी किया गया है, फिर भी फैक्टरियों में इसका जमकर प्रयोग हो रहा है। जरौठी रोड स्थित एक प्लाईवुड फैक्टरी में अनुदानित यूरिया जाता देख, किसान अमरेंद्र सिंह, अरविंद सिंह, आदित्य सिंह, संदीप शर्मा, वीरपाल सिंह, टिंकी सिंह ने कृषि विभाग को सूचना दे दी। किसानों ने फैक्टरी के बॉयलर में यूरिया डालते के दौरान का वीडियो बना लिया।
सूचना पर कृषि विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम पहुंच गई। लेकिन इस दौरान फैक्टरी से यूरिया बाहर करा दिया गया। टीम को 20 कट्टा यूरिया फैक्टरी के बाहर मिला, लेकिन किसानों ने तत्काल ही अंदर का वीडियो उपलब्ध करा दिया। जिस ई-रिक्शा में यूरिया बाहर दिख रहा था, वीडियो में वही अंदर लेकर जा रहा था।
कृषि विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापा मारकर दो ई-रिक्शाओं से 20 कट्टा यूरिया बरामद किया है। आनन फानन में कट्टों से यूरिया का नमूना लेकर, जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि यूरिया अनुदानित है, जिसका प्रयोग कृषि कार्य में किया जाना है न कि फैक्टरी में।
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार- ने बताया की किसानों की सूचना पर प्लाइवुड sgs फैक्टरी पर छापा मारा, फैक्टरी के बाहर 20 कट्टा यूरिया मिली है जो अनुदानित थी। किसानों ने वीडियो भी उपलब्ध कराई है, डीएम को मामले से अवगत करा दिया है। यूरिया के सैंपल जांच को लैब भेज दिए हैं।