हापुड़। ट्रेनों से सफर कर रही अकेली महिलाओं से छेड़छाड़ व आपराधिक घटनाएं रोकने के लिए आरपीएफ ने मेरी सहेली टीम का गठन किया था। अब यह टीम महिला कोच में विशेष निगरानी करेगी।
महिलाएं ट्रेनों में सुरक्षित महसूस कर सकें और अपने गंतव्य तक सुरक्षित यात्रा सकें इसके लिए अलग से कोच लगाए जाते हैं। लेकिन, जनरल कोच में भीड़ होने के चलते अधिकांश पुरुष यात्री भी महिला कोच में सवार हो जाते हैं।
लंबी दूरी की ट्रेनों में यह सबसे अधिक देखने को मिलता है। इन ट्रेनों में महिला कोच में पुरुषों के सवार होने के कारण महिलाओं को परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
पुरुषों द्वारा इन कोचों में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ भी होती है। बुधवार को आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ने महिला कोच में जांच की।
टीम में हापुड़ आरपीएफ थाने से एएसआई संजय कुमार के साथ करमीला और बबीता ने सभी ट्रेनों के महिला कोच की तलाशी ली। इस दौरान महिलाओं को रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 के बारे में जानकारी दी।
अकेली महिलाओं को सुरक्षित यात्रा महसूस कराएगी ये टीम
आरपीएफ थाना प्रभारी सुभाष यादव ने बताया कि मेरी सहेली टीम ट्रेनों में यात्रा करने वाली अकेली महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराती है। टीम स्टेशन से आरक्षण चार्ट से अकेली महिलाओं के नामों को चिन्हित करती है।
जिसके बाद वह टीम एक-एक कर सभी महिलाओं से संपर्क करती है। उनका हाल जानने से लेकर उनकी परेशानी के बारे में जानकारी प्राप्त करती है।
इसके बार उक्त महिला की जानकारी टीम अगले स्टेशन के थाने को दे देती है। इसी तरह महिला कोच में विशेष अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा।