हापुड़ में कावड़ यात्रा के चलते जहां हापुड़ के साथ आसपास के जिलों में रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। वहीं रविवार से मेरठ बुलंदशहर हाईवे को भी वनवे कर दिया गया। जिसके कारण शहर के अंदर मार्ग संकरा होने के लिए अगले एक सप्ताह तक वाहन चालकों को परेशानी होगी। वहीं बसों का संचालन भी शहर के बाहर से किया जा रहा है। जिस कारण यात्री पूरे दिन परेशान दिखे। राहगीर समेत शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए यातायात पुलिस समेत अन्य पुलिस कर्मियों को सतर्कता से ड्यूटी करने के निर्देश दिए हैं।
सावन माह की शिवरात्रि को लेकर गंगानगरी में लाखों शिवभक्त जल भरकर अपने शिवालयों को लौटते हैं। शिवरात्रि पर्व नजदीत आते आते सड़कों पर कांवड़ियों की संख्या धीरे धीरे बढ़ने लगी है। कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिले के साथ ही गाजियाबाद, मेरठ, अमरोहा सहित अन्य जिलों में रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया है। रविवार को सुबह से ही हापुड़ में वनवे प्लान लागू कर दिया गया। कांवड़ियों के लिए एक साइड खाली रखा जाएगा। मेरठ बुलंदशहर रोड निर्माणाधीन होने के कारण संकरा है, ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। करीब चार किलोमीटर के इस क्षेत्र में लोग परेशान होते नजर आए।
रविवार को दिल्ली रोड पर यात्री बसों का इंतजार करते रहे। करीब आधा घंटे बाद रोडवेज बस पहुंची लेकिन इसके बाद भी यात्री बस में सवार नहीं हुए। जब परिचालक से इसका कारण पूछा गया तो पता चला की गाजियाबाद में रूट डायवर्जन के कारण बसों का प्रवेश शहर में नहीं हो पा रहा है और लालकुआं, नोएडा तक ही बसों का संचालन हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को डासना, लालकुआं पहुंचकर शहर में जाने के लिए अन्य संसाधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनकी जेब पर भी भार बढ़ गया है।
इसी तरह मेरठ-बुलंदशहर मार्ग पर रूट डायवर्जन के चलते शहर के अंदर बसों का प्रवेश नहीं होने दिया जा रहा है और बाईपास से ही कुछ बसों का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में मेरठ, बुलंदशहर जाने वाले यात्रियों को भी ई रिक्शा ऑटो का सहारा लेकर बाईपास जाकर बस पकड़नी पड़ रही है।
रोडवेज एआरएम रणजीत सिंह ने बताया कि कांवड़ यात्रा के चलते एनसीआर क्षेत्र के जिलों में रूट डायवर्जन चल रहा है। जिस कारण शहरों के अंदर बसों का प्रवेश नहीं हो पा रहा है। प्रशासन के आदेशानुसार बसों का निर्धारित मागों से संचालन किया जा रहा है।