हापुड़ जिले में डेंगू, मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 54 स्थानों पर मिले मच्छरों के लार्वा को नष्ट किया। फ्रीज, कूलर, गमलों में मच्छरों का लार्वा मिल रहा है।
मौसमी बीमारियों के बाद डेंगू, मलेरिया का खतरा जिले में बढ़ गया है। इस बारिश से मच्छरों के पनपने के अनुकूल मौसम बन गया है।जिसे लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर हो गए हैं। यहां जिले में दस्तक अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियां हो रही हैं। शुक्रवार को 850 स्वास्थ्य टीमों ने जगह जगह मच्छरों का लार्वा तलाशा। स्वास्थ्य टीमों को जिले में करीब 54 स्थानों पर मच्छरों का लार्वा मिला। जिसे तुरंत छिड़काव कर नष्ट किया गया। वहीं, लोगों को साफ सफाई के लिए प्रेरित किया ताकि गंदगी में मच्छरों का लार्वा नहीं पनपें।
जिले में वर्ष 2024 में डेंगू का एक केस मिल चुका है। यह केस जनवरी माह में मिला था। उपचार के बाद जिले में डेंगू का मरीज स्वस्थ हो गया था। जबकि मलेरिया के छह पॉजिटिव केस जनवरी से लेकर अब तक मिले है।
हापुड़ सीएमओ डॉ सुनील त्यागी- ने बताया की डेंगू और मलेरिया को लेकर जिले का स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। लार्वा तलाशने में स्वास्थ्य टीमें लगी हुई हैं। जहां लार्वा मिल रहा है उसे तुरंत नष्ट किया जा रहा है। मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम के लिए घरों के आसपास साफ सफाई रखें।