हापुड़ जिले में 70,942 वाहनों में एचएसआरपी (हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट) नहीं लगी है। इन वाहनों के विरुद्ध परिवहन विभाग भी कार्यवाही नहीं कर रहा है। जबकि, वाहनों पर तीन माह पहले नंबर प्लेट लगाने का कार्य पूरा हो जाना चाहिए था। इनमें सबसे अधिक पुराने वाहन शामिल हैं क्योंकि नए वाहनों में आजकल कंपनियां ही हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाकर देते हैं।
शासन के निर्देश थे कि एक अप्रैल 2019 से पूर्व पंजीकृत वाहनों पर एचएसआरपी लगाई जानी है। इसके बाद खरीदे गए वाहनों पर कंपनियां पहले से ही नंबर प्लेट लगाकर भेज रही हैं। इसके बाद भी जिले में इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है। वर्तमान में उपसंभागीय कार्यालय में 214012 वाहन पंजीकृत हैं। इनमें से 70942 वाहनों पर आज भी एचएसआरपी नहीं लगी है।
जिले भर में अब भी बिना हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के हजारों की तादाद से अधिक वाहन दौड़ रहे हैं। ऐसे वाहनों में अभी तक हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं लग सकी है। इसके पीछे विभाग की लापरवाही है या जागरूकता का अभाव है। जिस कारण जनता अपने वाहनों में यह प्लेट लगवाने आगे नहीं आ रही है। जिले में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने में वाहन मालिक रुचि नहीं ले रहे हैं। जिन वाहनों पर एचएसआरपी नहीं लगी हुई है। पहली बार वाहन के पकड़े जाने पर पांच हजार तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। जबकि, दूसरी बार वाहन के पकड़े जाने पर दस हजार तक का जुर्माना वसूलने का प्रावधान है।
एचएसआरपी है जरूरी :
एचएसआरपी एक विशेष प्रकार की वाहन पंजीकरण प्लेट है। इसके जरिए वाहनों को चोरी और दुरुपयोग होने से बचाना है। यह प्लेट एल्युमिनियम से बनी होती है। इससे छेड़छाड़ और अनाधिकृत हटाने से रोकने के लिए विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया है। एचएसआरपी की खासियत इसकी स्थायी पहचान संख्या है, जिसे लेजर के जरिए प्लेट पर अंकित किया जाता है। यह एक अतिरिक्त सुरक्षा उपाय प्रदान करता है।
एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे- ने बताया की जिन वाहनों में एचएसआरपी नहीं लगी हुई थी। ऐसे 38 वाहनों के चालान किए गए हैं। विभाग की ओर से लगातार कार्यवाही जारी है।