हापुड़ में बारिश के कारण खेतों में पानी भर जाने से फसलों के उत्पादन पर असर पड़ा है। जिससे मंडी में सब्जियों की आवक 50 फीसदी तक घट गई है। हिमाचल, राजस्थान, दिल्ली, बैंगलोर सहित अन्य राज्यों से सब्जी मंडी में पहुंच रही है, जिससे दामों में भी इजाफा हुआ है। फुटकर में तो दाम आसमान छू रहे हैं।
इस बार मानसून समय से पहले आ गया है। मैदानी क्षेत्र में जहां बारिश हो रही है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में भी बुरा हाल है। जिले के आसपास क्षेत्रों में बारिश का पानी फसलों में भरने से फसलें नष्ट हो गई हैं या फिर उत्पादन पर असर पड़ा है। बारिश से पूर्व मंडी समिति में लोकल की सब्जियां अधिक आ रहीं थीं, लेकिन अब आवक न के बराबर है।
बारिश के कारण लोकल में फसलों के उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा है। बारिश में श्रमिकों का भी टोटा हो जाता है, इसके कारण सब्जी टूट नहीं पाती। जिसकी वजह से सब्जी की आवक मंडी में कम हुई है। बारिश को लेकर किसान, व्यापारी तो चिंतित हैं तो सब्जी के बढ़ते दाम को लेकर आमजन भी परेशान हैं।
बारिश के कारण मंडी में सब्जी की आवक आम दिनों की अपेक्षा घटकर करीब आधी रह गई है। इसके कारण सब्जी के दाम बढ़ गए हैं। टमाटर की आवक हिमाचल से हो रही है जिससे टमाटर लाल होता जा रहा है और थोक में 25 किलो टमाटर कैरेट 1200 रुपये बिक रही है। प्याज राजस्थान और मध्य प्रदेश से आ रही है। मंडी के प्याज के दाम 30 से 35 रुपये किलो हैं, जबकि फुटकर में 50 रुपये प्रतिकिलो बिक रही है।
धनिया की आवक बंगलूरु और राजस्थान से हो रही है, शिमला मिर्च दिल्ली मंडी से आ रही है और थोक में 45 से 50 रुपये किलो बिक रही है, जबकि फुटकर में दाम दोगुना पहुंच गए हैं। वहीं गोभी और अरबी की आवक भी दूसरे जिलों से मंडी में हो रही है। जबकि लोकी, तौरी, भिंडी अभी लोकल से ही आ रही है।