हापुड़ में ऊर्जा निगम की ओर से जिले के 23 हजार से ज्यादा किसानों को बकाया चुकाने के मैसेज भेजे गए हैं। ये संदेश 12 से 15 लाख रुपये तक की बकायेदारी के हैं, जिनके प्राप्त होने से किसानों के होश उड़ गए हैं। किसानों को लाखों का बिल भेज बकाया न चुकाने पर कनेक्शन काटने की भी चेतावनी दी गई है, जबकि किसान मार्च 2023 तक का बिल जमा कर चुके हैं। इसे लेकर जिले में लगभग सभी जगहों पर किसान खासे परेशान हैं।
ऊर्जा निगम उपभोक्ताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहा है, इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल पर डाटा फीड किया गया है। लेकिन निगम में नलकूप बिल घोटाले से करीब 23 हजार किसानों के लेजर गड़बड़ाए हुए हैं। जिस कारण 22 साल बाद भी इन किसानों पर फर्जी बकायेदारी जोड़कर भेजी जा रही है।
मार्च 2023 के बाद से शासन ने नलकूपों को मुफ्त बिजली देने की घोषणा की है। ऐसे में किसानों ने इस अवधि तक का बिल जमा करना शुरू कर दिया है। लेकिन ऊर्जा निगम की ओर से बृहस्पतिवार को किसानों को संदेश जारी किए गए। इसमें उन पर 12 से 15 लाख रुपये तक के बिजली के बिल की बकायेदारी दिखायी गई। हालांकि किसानों के पास बिल जमा की रसीदें भी हैं, फिर भी अधिकारी उनके बिल संशोधित नहीं कर पा रहे हैं। ऊर्जा निगम की इस तरह की लापरवाही से किसानों में आक्रोश पनप रहा है।
अधिशासी अभियंता आरपी वर्मा- ने बताया की ऑनलाइन बिलिंग प्रक्रिया शुरू की गई है, जिन किसानों के पास इस तरह के मैसेज पहुंचे हैं। उनके वास्तविक बिल का मिलान किया जाएगा। किसानों की समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा।