हापुड़। हाथरस हादसे के बाद जिला प्रशासन व पुलिस भी सतर्क हो गई है। रविवार को नगर में निकलने वाली ऐतिहासिक भगवान श्री जगन्नाथ की रथ यात्रा मजिस्ट्रेटों की निगरानी में होगी। यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से कुछ अहम निर्णय लिए गए हैं। इसमें संबंध में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी जहां रूट का बारीकी से निरीक्षण कर रहे हैं, वहीं आयोजकों के साथ बैठक भी की गई।
हर वर्ष की तरह इस बार भी सात जुलाई को पुराना बाजार स्थित मंदिर से लेकर श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर तक यात्रा निकाली जाएगी। इस यात्रा में करीब 20 से 30 हजार श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेगी। विशेषकर, रथ खींचने और प्रसाद वितरण करने वालों की बहुत अधिक भीड़ होती है। इसके लिए जगह-जगह लोग एकत्र रहते हैं। रथ यात्रा में शामिल श्रद्धालु बैंड-बाजे की मधुर धुन पर भगवान की भक्ति में लीन होकर झूमते-नाचते हुए चलेंगे। जगह-जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। यही कारण है कि उमस भरी गर्मी का भी लोगों को सामना करना पड़ता है। हाथरस में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय लिया है।
करीब एक किलोमीटर लंबी यह यात्रा पांच से छह घंटे में जाकर पूरी हो पाती है। पूरी यात्रा की निगरानी के लिए चार मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जगन्नाथ यात्रा के दौरान यात्रा के मार्ग में पड़ने वाले छोटे और संकरों रास्तों को बंद कर दिया जाएगा। ताकि इनसे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। यात्रा निर्बाध रूप से चलती रहे और इसमें किसी प्रकार का व्यवधान न हो, इसके लिए भी अतिरिक्त पुलिस बल यात्रा के दौरान तैनात रहेगा।