हापुड़ बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण में फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। शिक्षकों के मोबाइल में प्रेरणा निरीक्षण एप डाउनलोड कराकर, बिना निरीक्षण कराए शिक्षकों से आख्या भरवाई जा रही हैं। एक खंड शिक्षा अधिकारी का यह कृत्य उजागर हुआ है। उच्चाधिकारियों तक भी इसकी शिकायत हुई है।
दरअसल, बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और उच्च गुणवत्ता का बनाने के लिए शासन से अधिकारियों को विद्यालयवार निरीक्षण का लक्ष्य दिया जाता है। एक महीने में हर खंड शिक्षा अधिकारी को 40 स्कूलों का निरीक्षण करना होता है। लेकिन अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण में भी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। एक खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी आईडी पर बने प्रेरणा निरीक्षण एप को एक शिक्षक के फोन में डाउनलोड करा दिया। बिना स्कूलों में जाए ही शिक्षकों से निरीक्षण आख्या भरवा रहे हैं। दो स्कूलों का निरीक्षण भी करा दिया। इस मामले में अधिकारी और शिक्षक की चैटिंग भी हुई।
कुल मिलाकर इस तरह निरीक्षण में फर्जीवाड़े से जहां स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं अधिकारियों की घोर लापरवाही भी सामने आ रही है। यह हाल तब है जब हापुड़ के स्कूलों में आए दिन हंगामे और अभद्रता जैसे मामले हो रहे हैं। यह मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में पहुंच गया है।
कार्यवाहक बीएसए मनोज गुप्ता- ने बताया की खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा किया निरीक्षण का ब्योरा उसी के फोन में डाउनलोड एप से अपलोड किया जाता है। शिक्षकों से इस तरह निरीक्षण अपलोड नहीं कराया जा सकता। इस तरह का मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो मामला गंभीर है।