हापुड़ में गन्ना भुगतान में देरी पर हापुड़ की दोनों चीनी मिलों को जिला गन्ना अधिकारी ने नोटिस दिया है। मिलों को अब हर रोज करीब 2.20 करोड़ का भुगतान करना होगा। किसानों को अभी तक 23 दिसंबर 2023 तक का ही भुगतान मिल सका है। अभी भी किसानों का 369 करोड़ रुपये बकाया है।
पिछले पेराई सत्र में हापुड़ में गन्ने का रकबा 38346 हेक्टेयर था, चीनी मिलों ने करीब 166 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की थी। इसके सापेक्ष सिंभावली चीनी मिल को 452 और ब्रजनाथपुर चीनी मिल को 192 करोड़ रुपये भुगतान करना था। दोनों चीनी मिलों ने लिखित में पिछले सालों वादा किया था कि हर महीने सिंभावली मिल 50 करोड़ और ब्रजनाथपुर मिल 20 करोड़ का भुगतान करेगी।
पिछले साल समय से पहले ही चीनी का स्टॉक खत्म होने से यह शर्त मिल पूरी नहीं कर पाए थे। नए सत्र की चीनी से पुराने सत्र का भुगतान किया था। आस पास के जिलों में हापुड़ की स्थिति ही भुगतान को लेकर सबसे खराब है। यही कारण है कि गन्ना विभाग की ओर से अब पूरी सख्ती की जा रही है।
चीनी मिलों को लगातार नोटिस जारी किए जा रहे हैं, ‘भुगतान में तेजी को लेकर सिंभावली चीनी मिल को रोजाना करीब डेढ़ करोड़ और ब्रजनाथपुर चीनी मिल को करीब 65 से 70 करोड़ रुपये भुगतान करेना होगा। नोटिस की प्रक्रिया के साथ ही अब जिला प्रशासन के साथ इस मुद्दे पर बैठक भी प्रस्तावित है। सिंभावली चीनी मिल ने 21 दिसंबर 2023 और ब्रजनाथपुर मिल ने 23 दिसंबर 2023 तक का ही भुगतान किया है, जो 50 फीसदी से भी कम है। अभी भी किसानों का 369 करोड़ रुपये बकाया है। मिलों को अब हर रोज 2.20 करोड़ देने होंगे।
जिला गन्ना अधिकारी सना आफरीन खान- ने बताया की चीनी मिलों से अब रोजाना गन्ना भुगतान कराया जा रहा है, इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जल्द ही बैठक भी होगी। भुगतान को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं।