हापुड़ में स्वास्थ्य विभाग की बच्चा नर्सरी में नवजातों की जान पर संकट है। एक सप्ताह से जनरेटर काम नहीं कर रहा, बृहस्पतिवार रात एक घंटा तक बिजली गुल रहने से मशीनें बंद हो गई। जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी हुई। सांस के गंभीर बीमार बच्चों को इन्वर्टर से किसी तरह ऑक्सीजन दी गई। सीएचसी की नर्सरी में एक बेड पर दो-दो बच्चे भर्ती किए गए हैं।
गढ़ रोड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बच्चा नर्सरी है, इन दिनों यहां से बच्चों को रेफर करना पड़ रहा है। क्योंकि आठ बच्चों को रखने की क्षमता है और इसमें 16 भर्ती किए गए हैं। पड़ताल के दौरान पता चला कि नर्सरी में कभी भी मशीनें बंद हो जाती हैं।
पटना मुरादपुर बिजलघर से यहां 24 घंटे सप्लाई की लाइन है। लेकिन आंधी में अक्सर सप्लाई बंद हो जाती है। बृहस्पतिवार रात में भी एक घंटे तक आपूर्ति नहीं मिलने से नर्सरी की मशीनें बंद पड़ी रहीं। जिस कारण पीलिया के मरीजों को फोटोथेरेपी नहीं मिल सकी, वार्मर मशीन भी बंद रही।
सांस संबंधी रोग से पीड़ित नवजातों की बैचेनी बढ़ी तो स्टाफ ने इन्वर्टर से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर चलाकर किसी तरह बच्चों को ऑक्सीजन दिया। एक बेड पर दो-दो बच्चे भर्ती किए। स्टाफ ने बताया कि यह समस्या एक दिन की नहीं है, बल्कि पिछले सात दिनों से है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की हापुड़ सीएचसी में 24 घंटे सप्लाई के लिए अलग से फीडर की व्यवस्था है। सप्लाई जाने पर जनरेटर चलना चाहिए, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। निरीक्षण कर, व्यवस्था परखी जाएगी।