हापुड़ में सत्र शुरू हुए दो महीने बीत चुके है, अभी तक छात्रों को किताबें नहीं मिल रही हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा छह से 12वीं तक के छात्रों को एनसीईआरटी की किताबें नहीं मिल रही हैं। बाजार में इन किताबों की भारी किल्लत है। छठी और 11वीं की एक भी पुस्तक नहीं है, इसके साथ ही गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हिंदी की किताबें भी एक महीने से नहीं आ सकी हैं।
एक अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू हुआ था, लेकिन अप्रैल से शुरू हुए सत्र की अभी तक बच्चों को किताबें नहीं मिल रही। प्राइवेट स्कूलों ने एनसीईआरटी से दूरी बनाकर अपने यहां पढ़ने वाले छात्रों को निजी प्रकाशनों के पाठ्यक्रम दिला दिए। जिस कारण उनका कोर्स आसानी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन माध्यमिक स्कूलों के छात्रों को पाठ्यक्रम आगे बढ़ना तो दूर अभी पूरी किताबें ही नहीं मिल रही हैं। दो महीने बीतने को हैं लेकिन अभी तक छात्र बिना किताबों के ही पढ़ने को मजबूर हैं।
ग्रीष्मकालीन अवकाश हो चुका है, छात्र अधूरे कोर्स से ही तैयारी कर रहे हैं। एक महीने से बाजार में एनसीईआरटी की इक्का दुक्का किताबें ही पहुंच रही हैं। कक्षा 6 और 11वीं की अधिकांश किताबें नहीं हैं, 9वीं की भी 80 फीसदी तक किताबें बाजार में नहीं हैं। इनमें मुख्य पुस्तकें ही शामिल हैं, जिसमें गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी है।
सामाजिक विज्ञान की कोई किताब विक्रेताओं पर नहीं मिल रहीं। इसकी कमी पिछले एक महीने से बनी हुई है। बोर्ड परीक्षार्थियों को भी किताबों की किल्लत से परेशान होना पड़ रहा है। 12वीं के छात्रों को गणित, विज्ञान की किताबें आसानी से नहीं मिल रही। पुस्तक विक्रेताओं की माने तो नए इंडेंट में भी एनसीईआरटी की किताबें नहीं मिल रही हैं। अधिकारी मामला उच्चस्तरीय होना बताकर, पल्ला झाड़ रहे हैं।
डीआईओएसपीके उपाध्याय- ने बताया की एनईसीईआरटी की किताबों की उपलब्धता को लेकर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। जल्द ही पर्याप्त पुस्तकें मिल जाएंगी। छात्रों को पढ़ाई में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।