जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर में ऊर्जा निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों ने आरडीएसएस योजना के तहत तीन कॉलोनियों में बिना विभागीय अनुमति खंभे लगाने के साथ ही विद्युत लाइन खींच दी। केवल एक कॉलोनी से तीन खंभे हटवाए गए। वहीं दो कॉलोनियों से अभी तक भी खंभे और तार नहीं हटे हैं। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष ने कहा की जल्द लाइन और खंभे हटाने के साथ ही कार्यवाही नहीं हुई, तो व्यापार मंडल ऊर्जा निगम के कार्यालय का घेराव करेगा।
विद्युत संविदा-निविदा कर्मचारी संघ उप्र के पश्चिमी प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र त्यागी के नेतृत्व में संगठन से जुड़े कर्मियों ने ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता आनंद गौतम को ज्ञापन दिया था। निगम के जेई पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने बिना किसी अधिकारी से अनुमति लिए और एस्टीमेट जमा कराए बगैर बाग कॉलोनी, रिफ्यूजी कॉलोनी, प्रधान मार्केट के बराबर में खंभे लगाकर विद्युत लाइन खींच दी गई है। शिकायत के बाद जांच और कार्यवाही के डर के चलते पांच दिन पहले बाग कॉलोनी में लगवाए गए तीन खंभे और उन पर खींची गई लाइन हटवा ली गई। लेकिन अभी तक भी रिफ्यूजी कॉलोली और प्रधान मार्केट के बराबर में खंभे और बिजली के तार अभी तक भी नहीं हटाए जा सके हैं।
उप्र उद्योग व्यापार मंडल के नगराध्यक्ष मूलचंद सिंघल का कहना है कि आरडीएसएस योजना लोगों को पुरानी बिजली की जर्जर लाइन और खंभों से निजात दिलाने के मकसद से चालू की गई है। लेकिन विभागीय अधिकारी इसका भी दुरुपयोग कर रहे हैं। लंबे समय से चल रहा काम अभी 15 से 20 प्रतिशत ही पूरा हो सका है। उन्होंने जल्द कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ऊर्जा निगम के एक्सईएन आनंद गौतम का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के उपरांत ही कार्यवाही संभव है। वहीं बिना अनुमति और एस्टीमेट जमा किए खींची गई सभी लाइन जल्द हटवाई जाएंगी।