पिलखुवा में 38 लाख रुपये की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास पालिका की खाली पड़ी भूमि में होगा एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर का निर्माण। इसके लिए पालिका ने डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी है। लोकसभा चुनाव की प्रभारी आदर्श आचार संहिता समाप्ति के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा।
नगर पालिका परिषद को एमआरएफ सेंटर का निर्माण करना चुनौती बना है। अब तक वह तीन जगह निर्माण कार्य शुरू करा चुकी है, लेकिन लोगों के विरोध के चलते सेंटर का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ। पालिका अब एमआरएफ सेंटर का निर्माण मुकीमपुर गांव के जंगल स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास करेगी। शहर वासी भी कूड़ा निस्ताण प्लांट के पास ही एमआरएफ सेंटर का निर्माण कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
एमआरएफ सेंटर में कूड़े की होगी छटनी-
शहर के एकत्र कचरा को सबसे पहले एमआरएफ सेंटर लाया जाएगा। यहां पर बाल, लोहे, प्लॉस्टिक, पन्नी, कांच के अलावा गीले और सूखे कूड़ा का अलग-अलग किया जाएगा। इसके बाद कूड़े से जैविक खाद बनाने के लिए उसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट भेज दिया जाएगा और बाल, लोहे, प्लॉस्टिक और कांच को बेचकर पालिका की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जाएगा।
नगर पालिका परिषद पिलखुवा अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह- ने बताया की शहरवासियों के विरोध एवं मांग के कारण अब एमआरएफ सेंटर का निर्माण मुकीमपुरा गांव के जंगल स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के पास किया जाएगा। डीपीआर बनाकर शासन को भेजी जा चुकी है। आदर्श आचार संहिता समाप्ति के बाद निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।