हापुड़ में बुधवार शाम आई आंधी के कारण तापमान दो डिग्री कम हुआ, लेकिन गर्मी से राहत नहीं मिली। लेकिन भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही लू के थपेड़ों ने लोगों को बेहोल कर दिया, देर शाम तक सूरज की तपिश लोगों को झुलसाती रही। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया।
मई की शुरूआत से ही गर्मी का प्रकोप बढ़ना शुरू हो गया था। 25 मई से नौतपा की शुरूआत होने के बाद से लोगों का पसीना नहीं सूख रहा है। दिन निकलते ही सूरज की तपिश लोगों को परेशान कर रही है। बुधवार शाम मौसम का मिजाज बदला तो कुछ जिलों में बारिश होने से कुछ देर के लिए गर्मी से राहत मिली।
बृहस्पतिवार को अधिकतम व न्यूनतम तापमान में दो-दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, लेकिन इसके बाद भी उमस भरी गर्मी और लू के थपेड़ों से राहत नहीं मिल सकी। सुबह दस बजे से ही लोग धूप का सामना करने से कतराने लगे। दोपहर को तपिश से सड़कें भी तप गई और लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। देर शाम तक भी गर्मी से राहत नहीं मिल सकी।
इन दिनों हर जगह भीषण गर्मी कहर बरपा रही है। सूरज की लज तपिश और लू के थपेड़ों से लोग वेहाल हैं। नौतपा और प्रचंड गर्मी से हाहाकार मचा हुआ है। शहरों में आग बरस रही है। इस भीषण गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवाओं का प्रकोप जारी रहा। अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं।