हापुड़ में तापमान के साथ गर्मी का प्रकोप भी बढ़ गया है। ऐसे में लोगों की प्यास बढ़ गई है। लेकिन रेलवे स्टेशन पर कहीं पानी की टोटी खराब है तो कहीं वाटर कूलर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में रेलयात्री बोतलबंद पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं।
स्टेशन पर यात्रियों के लिए जरूरी मूलभूत सुविधाओं में से एक पेयजल का संकट बना हुआ है। ऐसी भीषण गर्मी में प्लेटफार्म पर लगे वाटर कूलर खराब पड़े हुए है। हापुड़ रेलवे स्टेशन पर रोजाना करीब 28 जोड़ी पैसेंजर, एक्सप्रेस, स्पेशल ट्रेनों का ठहराव होता है। शहर के साथ देहात क्षेत्रों के हजारों लोग रोजाना ट्रेनों का सहारा लेकर गाजियाबाद, दिल्ली, मुरादाबाद, अमरोहा के लिए यात्रा करते हैं।
यात्रियों को पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वाटर कूलर व पानी की टोटियां लगी हुई हैं। गर्मी के साथ पानी की खपत भी बढ़ने लगी है। ठंडे पानी के लिए रेलवे स्टेशन के पांच प्लेटफार्म पर सिर्फ चार वाटर कूलर लगे हुए हैं। इनमें से तीन खराब हैं। वहीं पानी की टोटियां भी काम नहीं कर रही हैं। ऐसे में ट्रेन रुकते ही वाटर कूलर और टोटियों पर पानी भरने के लिए यात्रियों की भीड़ उमड़ जाती है।
पानी के लिए कई बार यात्रियों में धक्कामुक्की भी हो जाती है। कुछ ट्रेनों का सिर्फ दो मिनट का ठहराव है, जिस कारण यात्रियों को पानी नहीं मिल पाता। भीषण गर्मी के कारण रेलयात्रियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए बोतलबंद पानी खरीदना पड़ रहा है। स्टेशन अधीक्षक अजब सिंह का कहना है कि चारों वाटर कूलर ठंडा पानी दे रहे हैं। गर्मी के कारण कभी कभी थोड़ी परेशानी हो जाती है। खराब टोटियां को भी जल्द दुरुस्त कराया जाएगा।