हापुड़ में पिछले दो वर्षों की जांच के बाद 589 बैनामों में गड़बड़ी मिली है। जिसके बाद निबंधन एवं स्टांप विभाग ने 11.19 करोड़ रुपये के वाद दायर किए हैं। इसमें वर्तमान में तीन न्यायालयों में चार करोड़ के वाद चल रहे हैं। जबकि, मौके पर जाकर अधिकारियों ने 3870 बैनामों की जांच की थी। अब इस मामले में कार्यवाही की तैयारी है।
दो वित्तीय वर्ष में अधिकारियों द्वारा 3870 बैनामों का स्थलीय निरीक्षण किया गया था। अधिकारियों के निरीक्षण में 20 प्रतिशत से अधिक बैनामों में स्टांप अपवंचना पाई गई। यानि, स्टांप की चोरी की गई। इन स्थलीय जांच में डीएम, एडीएम और एआईजी स्टाम्प भी शामिल रहे थे। जहां अधिकारियों ने यह स्टांप चोरी पकड़ी हैं।
सहायक महानिरीक्षक अरुण शर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में दो हजार बैनामों के संदेह पर मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया। 319 मामलों में स्टांप वाद दर्ज किए गए हैं। जिसमें पांच करोड़ 50 लाख की निहित धनराशि में कमी पाई गई है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 1870 स्थलीय निरीक्षण किए गए। इसमें 270 मामलों में स्टांप वाद दर्ज किए गए। जिसमें 5.69 करोड़ रुपये की निहित धनराशि में कमी पाई गई थी।
इन प्रकरणों को तीन न्यायालय में चलाया जा रहा है। जिसमें डीएम, एडीएम वित्त और एआईजी स्टांप के यहां वाद चल रहे हैं। इसमें वर्तमान में 170 वाद चल रहे हैं। इनमें चार करोड़ की धनराशि निहित है। अब ऐसे मामले में विभाग द्वारा आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। अधिकारियों की माने तो टीमों ने करीब दो हजार स्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया और ब इस मामले में कार्यवाही की तैयारी है।