हापुड़ जिले के 326 गांवों को स्वच्छ भारत मिशन में मॉडल बनाया जाना है। इसके लिए 18 करोड़ रुपये की लागत से 160 गांवों में कूड़े के ढेर हटाए जाएंगे। इस धनराशि से गांवों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण और कूड़ा प्रबंधन के लिए काम होगा।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिले की 273 ग्राम पंचायतों के 326 गांवों को इस मिशन में अमलीजामा पहनाया जाना है। पहले चरण में जहां सिर्फ 81 गांवों का चयन किया गया था। वहीं, दूसरे चरण में 160 गांव चुने गए थे। शेष बचे हुए गांवों को तीसरे चरण में लिया जाएगा। दूसरे चरण में चुने गए गांवों में कूड़ा निस्तारण, शौचालय मुक्त करने के लिए प्रधान से लेकर पंचायत सहायकों तक का प्रशिक्षण कराया गया था।
शासन ने मार्च में वापस ली गई इस धनराशि को अब फिर से निर्गत कर दिया है। इस धनराशि से जिले के 160 गांवों में 18 करोड़ रुपये से कूड़े के ढेर हटेंगे, गांवों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण होगा। आचार संहिता के बाद जिला पंचायत विभाग काम शुरू कराएगा। इन गांवों में एसएलडब्लूएम के तहत छोटे सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बनाए जाएंगे। जहां गांवों से निकलने वाले कूड़े से खाद भी बनाई जाएगी। इस खाद का प्रयोग खेती के लिए होगा।
डीपीआरओ शिव बिहारी शुक्ला- ने बताया की वित्तीय वर्ष खत्म होने के कारण मार्च माह में 18 करोड़ रुपये वापस चले गए थे, लेकिन अब इस धनराशि को फिर से भेज दिया गया है। इस धनराशि से गांवों में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण और कूड़ा प्रबंधन के लिए काम होगा।