हापुड़ में गांवों से प्रतिभाओं का चयन नौकरियों और अन्य क्षेत्रों में हो सके, इसके लिए अब हर ग्राम पंचायत में ई-लाईब्रेरी बनाई जाएंगी। इसके लिए सभी पंचायतों से सूची ले ली गई है।
अभी तक आपने शहरों में ही लाइब्रेरी देखी होगी। जहां बड़ी संख्या में छात्र से लेकर हर वर्ग के लोग किताबों व अन्य अभिलेखों का गहन अध्ययन करते हैं। लेकिन अब यह पहल धीरे-धीरे गांव की ओर शुरू होगी। यानी लाइब्रेरी में पढ़ने की व्यवस्था गांव में भी दिखाई देगी। जिसमे युवा ई-लाइब्रेरी में इंटरनेट के माध्यम से गांव में रहकर ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। यहां पर घर के शोर गुल से दूर बैठने के लिए उचित स्थान, इंटरनेट, प्रतियोगी पुस्तकें आदि दी जाती हैं। यहां तक कि युवा गांव में रहकर ही ऑनलाइन क्लास ले सकते हैं। साथ ही इन्हें गांव से शहर आने में भी परेशानी नहीं होगी।
इसके अलावा गांव में इंटरनेट को लेकर आने वाली समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाएगा। वर्तमान में जिले में 272 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 36 में ही ई-लाइब्रेरी संचालित हैं। ऐसे में अब सभी में यह लाइब्रेरी बनाने की तैयारी है। इससे पंचायत भवनों की स्थिति भी सुधरेगी। साथ ही गांवों के विकास में भी एक नया अध्याय जुड़ सकेगा।
डीपीआरओ शिव बिहारी शुक्ला- ने बताया की सभी गांवों में ई-लाइब्रेरी बनाई जानी हैं। इसके लिए पहली बार विकास खंडों से सूची ली गई है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद इस दिशा में काम शुरू कर दिया जाएगा।