हापुड़ जिले में गर्मी का सितम बढ़ने लगा है। सुबह से ही चिलचिलाती धूप व गर्म हवाएं लोगों को बेहाल कर रही है। तापमान बढ़ने और गर्म हवाओं के कारण बुखार का प्रकोप बढ़ने लगा है। अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। बुखार सही होने में पांच से सात दिन लग रहे हैं। इसके बाद कमजोरी और खांसी भी परेशान कर रही है।
जिले में इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी लोगों की सेहत पर भारी पड़ रही है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों से लोग मौसमी बीमारियों की जद में आ रहे हैं।इस दिनों लगातार बढ़ रही गर्मी से मरीजों की संख्या में खासी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। फिजिशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि तापमान के उतार चढ़ाव से प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित हो रही है। बच्चे बीमारियों की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। गर्मी लगने से डिहाइड्रेशन और बुखार होना आम हो गया है। अस्पताल की ओपीडी में ऐसे 60 फीसदी मरीज आ रहे हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ समरेंद्र राय ने बताया कि गर्मी लगने से बच्चों में डायरिया अधिक है। उल्टी-दस्त और बुखार से उनकी हालत बिगड़ रही है। ओपीडी में सबसे अधिक बच्चे, इसी समस्या के आ रहे हैं। कुछ को भर्ती करने की भी जरूरत पड़ रही है।
ईएनटी डॉ. मोहिनी सिंह और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल आनंद ने बताया कि वातावरण में धूल से गले का संक्रमण बढ़ा है, साइनस भी मरीजों को परेशान कर रहा है। इसी के साथ आंखों में जलन और चुभन के मरीज भी बढ़े हैं। ऐसे मरीजों को आंखों को ताजे पानी से धोने की सलाह दी गई है।