हापुड़ में सिंभावली के गांव रझेड़ा निवासी एक गर्भवती महिला को सिखेड़ा सीएचसी के चिकित्सकों ने हालत गंभीर बताकर मेरठ रेफर कर दिया। रेफर की गई प्रसूता की डिलीवरी रास्ते में एंबुलेंस में ही हो गई। एंबुलेंस कर्मियों ने अपनी सूझबूझ से गाड़ी में ही गर्भवती का प्रसव कराया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया।
रझेड़ा निवासी नौशाद की पत्नी नसीम जहां को प्रसव पीड़ा होने पर सिखेड़ा सीएचसी में भर्ती कराया गया। लेकिन प्रसव में उसे परेशानी होने पर चिकित्सकों ने इलाज करने में असमर्थता जताई। तीमारदारों को बताया गया कि नसीम जहां की हालत गंभीर है। जिसके कारण उसे मेरठ मेडिकल रेफर किया जा रहा है।
इससे तीमारदारों के हाथ पैर फूल गए, उन्होंने 108 नंबर पर कॉल किया। एंबुलेंस के जरिए गर्भवती को मेरठ मेडिकल ले जाया गया। लेकिन मेरठ ले जाते समय एंबुलेंस में ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। लेकिन एंबुलेंस कर्मियों ने अपनी सूझबूझ से जच्चा-बच्चा की जान संकट में देख एंबुलेंस के ईएमटी प्रवीण कुमार ने आशा सुनीता देवी के साथ मिलकर नसीम जहां का सफल प्रसव कराया। पायलट मुकेश कुमार ने भी साथ दिया।
महिला ने एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दिया और एंबुलेंस में प्रसव के बाद जच्चा बच्चा को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत सामान्य बताई जा रही है। अब सवाल यह है कि क्या एंबुलेंस में अस्पताल से ज्यादा संसाधन हैं या फिर चिकित्सकों की घोर लापरवाही को यह घटना बयां करती है। इससे पहले जिला अस्पताल में भी एक गर्भवती के प्रसव में लापरवाही बरती गई थी। जिसके बात महिला को दिल्ली एम्स में भर्ती करन पड़ा था।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- ने बताया की सीएचसी से गर्भवती को रेफर किए जाने का कारण जानेंगे। इसके लिए जवाब तलब किया जाएगा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उचित कार्यवाह की जाएगी।