जनपद हापुड़ में चुनाव ड्यूटी में रोडवेज बसों के जाने से यात्रियों को बसों की किल्लत से जूझना पड़ा। चुनाव के लिए रोडवेज डिपो से 10 बसें भेजी गई है। वहीं सहालग के चलते निजी बसें भी सडक़ों पर कम नजर आईं। इससे आसपास के यात्रियों के साथ लंबे रूट के यात्रियों को आवागमन में परेशानी हो रही है।
तपती गर्मी, पसीने से तरबतर शरीर और बस का इंतजार। ये बेबसी इन दिनों रोडवेज स्टेशन पर बसों का इंतजार कर रहे हर यात्री की है। दरअसल प्रथम चरण के चुनाव के लिए रोडवेज डिपो से 10 बसें भेजी गई है। जिनका संचालन विभिन्न मार्गों पर होता है, ऐसे में यात्रियों के सामने बसों की किल्लत हो गई है। दिल्ली, नोएडा के साथ ही बुलंदशहर, मेरठ मार्ग पर यात्री बसों का इंतजार करते नजर आए।
शुक्रवार को सहालग के चलते निजी बसें भी शादी के सीजन में व्यस्त रही। सहालग के कारण यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई, लेकिन बसें न मिलने के कारण परेशान रहे। नगर के तहसील चौपला, मेरठ तिराहा, दिल्ली रोड पर यात्री आधा घंटे तक बसों के इंतजार में भटकते रहे और डग्गामार बसों में सफर करने को मजबूर हुए। देर रात तक चौराहों पर यात्रियों की भीड़ रही।
रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रणजीत सिंह का कहना है कि निगम की दस रोडवेज बसें चुनाव में भेजी गई है। ऐसे में उन मागों पर बसों के फेरे बढ़ा दिए गए हैं। सहालग के चलते यात्रियों की संख्या बढ़ी है, जिस कारण यात्रियों को थोड़ी परेशानी हुई। चुनाव के बाद व्यवस्था सही हो जाएगी।