किसानों पर जुर्माना और जर्जर लाइन के विरोध में अफसरों के आश्वासन पर तीसरे दिन स्थगित हुआ धरना
हापुड़। बिजली चोरी के नाम पर किसानों पर बेतुका जुर्माना लगाने और विद्युत की जर्जर लाइन के विरोध में पिछले तीन दिन से किसानों का अधिशासी अभियंता कार्यालय पर धरना चल रहा था। लेकिन तीसरे दिन किसानों की ग्यारह सदस्य कमेटी विद्युत निगम के अधिकारियों से वार्ता हुई। इसके बाद धरना स्थगित किया गया।
मंडल प्रवक्ता दिनेश त्यागी व मिडिया प्रभारी जित्ते चौहान ने कहा कि बिजली निगम व विजिलेंस के अधिकारी बिजली चोरी के नाम पर किसानों का उत्पीड़न कर रहे है।
किसानों पर बेतुका जुर्माना लगाया जा रहा है। इससे किसान भयभीत है। उन्होंने किसानों पर गलत तरीके से लगाए गए जुर्माने के कम करने की मांग की। इसपर एक्सईएन ने गलत जुर्मानों को संशोधित करने का आश्वासन दिया। साथ ही आगे से गलत जुर्माना न लगाने पर सहमति बनी।
युवा जिलाध्यक्ष ज्ञानेश्वर त्यागी ने कहा कि दोयमी में विद्युत की जर्जर लाइन की चपेट में आने से दो किसान बुरी तरह झुलस गए थे। दोनों किसानों को विभाग द्वारा मुआवजा दिलाया जाए। इसपर किसानों को मुआवजा दिलाने पर भी सहमति बनी।
वहीं विद्युत की जर्जर लाइनों को एक सप्ताह में बदलवाने पर सहमति बनी। वहीं नलकूपों से मीटर उखाडऩे वाले किसानों के बिल जमा नहीं हो रहे हैं। यह बड़ी समस्या है, इसका हर हाल में निस्तारण होना चाहिए।
इस पर ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने कहा कि यह मामला उनके स्तर का नहीं है, इस मामले में एमडी से वार्ता कर किसानों को हर संभव राहत दिलायी जाएगी। इसके बाद किसानों ने अपना धरना स्थगित किया।
इस मौके पर जिला संयोजक अमरेंद्र सिंह, महिला विंग की जिलाध्यक्ष बबली त्यागी, रामअवतार सैन, महीपाल सिंह, ताहिर, रणवीर सिंह, राजकुमार त्यागी, रामअवतार सैन, दयाचंद सैन, रणवीर सिंह, पालूराम, महीपाल सिंह, ताहिर, रवि कुमार आदि शामिल रहे।