हापुड़ में पांच साल तक के बच्चे वायरल और खांसी की चपेट में आ रहे हैं। सामान्य दिनों की तुलना में लगभग ओपीडी में वायरल के मरीजों की संख्या दोगुनी रही। बाल रोग विशेषज्ञों की ओपीडी में ऐसे मरीज दोगुने हो गए हैं। 100 तक बुखार बच्चों की सेहत तोड़ रहा है, तीन से चार दिन में तापमान नियंत्रित हो पा रहा है। वहीं, खांसी एक सप्ताह तक भी पीछा नहीं छोड़ रही। आंखों में पानी और कान में दर्द बच्चों के परेशानी का सबब बन रहा है।
जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से मरीजों का तीमारदारों के साथ जिला अस्पताल में पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। देखते ही देखते पर्ची काउंटर से लेकर चिकित्सकों तक मरीजों की लंबी लाइन लग गई। सीएचसी हापुड़ के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर बीमार बच्चों की संख्या बढ़ी है। दवा देने के तीन से चार घंटे में फिर बुखार 100 या इससे अधिक पहुंच रहा है। वायरल बुखार ही बच्चों को सबसे अधिक परेशान कर रहा है। उन्होंने बताया कि बीमार बच्चों को घर पर अपनी मर्जी से दवाएं न दें, क्योंकि यह नुकसानदायक हो सकता है।
उन्होंने बताया कि बहुत ज्यादा जरूरत पड़ने पर ही एंटीबॉयोटिक दवा दी जा रही है। सामान्य पैरासिटामॉल से भी बच्चे ठीक हो रहे हैं। खांसी अधिक होने के कारण सांस की नली में सूजन बन रही है, जिसके चलते बच्चों को सांस लेने में भी समस्या हो रहा है। ऐसे बच्चों को भाप दिलाने की सलाह दी जा रही है।
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी- कहना है की इन दिनों बच्चों में बुखार, जुकाम ज्यादा फैल रहा है, बाल रोग विशेषज्ञ ओपीडी में ऐसे बच्चों को बेहतर उपचार दे रहे हैं। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में सीरप उपलब्ध हैं।