हापुड़ में होली के बाद से अस्पतालों की ओपीडी में पेट में जलन, दर्द से बेहाल मरीजों की संख्या बढ़ी है। उल्टी, दस्त से मरीजों का बुरा हाल है, आंतों में संक्रमण भी मिल रहा है। साथ ही लिवर पर सूजन से खाना पीना भी मुश्किल हो रहा है। बच्चे भी बड़ी संख्या में इन रोगों से प्रभावित हो रहे हैं। बृहस्पतिवार को ऐसे 321 मरीज उपचार के लिए पहुंचे।
होली पर लोगों ने जमकर पानी व रंगों की होली खेली, वहीं विभिन्न प्रकार के लजीज पकवान का आनंद भी लिया। जिसका असर लोगों के स्वास्थ पर पड़ा। पानी में भीगने के कारण लोग सर्दी, जुकाम व बुखार की चपेट में आए। इसके अलावा कई बच्चे, युवा और बुजुर्ग पेट दर्द, मरोड़ और दस्त की समस्या से ग्रसित रहे। होली के बाद दूसरे दिन अस्पताल में पेट में जलन, दर्द से बेहाल रोगियों की संख्या में अचानक वृद्धि हो गई है। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक रोगियों की भीड़ लगी रही। चिकित्सकों के समक्ष लंबी कतार लगने से रोगियों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
फिजिशियन डॉ अशरफ अली ने बताया कि सर्दी बीतने के साथ ही हमारा खान पान भी बदला है। शरीर को अभी दूसरे मौसम में ढलने में समय लगेगा। इस समय खान पान में थोड़ी लापरवाही बीमार कर रही है। अधिक तला, भुना खाने से पेट की समस्या बढ़ी है। पेट का गंभीर दर्द लेकर मरीज पहुंच रहे हैं, सीटी स्कैन में आंतों का संक्रमण भी देखने को मिल रहा है।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ अमरजीत सिंह ने बताया कि होली के रंगों से एलर्जी वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। साथ ही फंगल इंफेक्शन और स्कैबीज के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इन मरीजों को दवाओं से आराम लग रहा है।