हापुड़ में सिखेड़ा में करीब सवा तीन करोड़ की लागत से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। जिसे अब आचार संहिता के बाद स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर कर दिया जाएगा। शासन से पदों का सर्जन भी पहले ही हो चुका है। कुल मिलाकर इसके चालू होने से गंभीर मरीजों को बेहतर उपचार की सुविधा मिलेगी। जिले के लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
हापुड़ को जिला बने करीब 12 साल हो गए हैं, लेकिन अभी भी यहां संसाधनों की कमी है। जिले के किसी सरकारी अस्पताल में ऐसी व्यवस्था नहीं है कि आपात समय में मरीजों को यहां बेहतर उपचार दिया जा सके। सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को या तो मेरठ रेफर किया जाता है या फिर परिजन उन्हें निजी अस्पताल ले जाते हैं।
सिखैड़ा के पास हाईवे पर पिछले दो सालों से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण चल रहा है। पिछले दिनों बजट की कमी के कारण इसका निर्माण रुक गया था। लेकिन बजट आने पर कार्य लगभग पूरा हो गया है। आचार संहिता के कारण अभी इसे स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर नहीं किया गया है। शासन से सर्जन, टेक्नीशियन समेत 50 कर्मचारियों के पदों का सर्जन हो चुका है। ट्रॉमा सेंटर चालू होने से सड़क दुर्घटना में घायलों को यहां त्वरित उपचार मिल सकेगा।
सीएमओ डॉ सुनील त्यागी- ने बताया की ट्रॉमा सेंटर का निर्माण लगभग पूरा हो गया है आचार संहिता के बाद यह स्वास्थ्य विभाग के हैंडओवर हो जाएगा। सड़क दुर्घटना में घायलों को यहां बेहतर उपचार मिल सकेगा। पदों का भी सर्जन हो चुका है।