हापुड़ में नए साल में वैवाहिक व अन्य मांगलिक कार्यों के लिए बंपर मुहूर्त रहेंगे। 15 जनवरी के बाद से ही शहनाई की गूंज सुनाई देने लगेगी। इस साल कुल 69 शुभ मुहूर्त रहेंगे, फरवरी माह के सबसे अधिक 15 दिन विवाह के लिए मुहूर्त हैं। इसके साथ ही मार्च से सितंबर माह के बीच चार ग्रहण भी पड़ेंगें। इसके साथ ही पांच साल बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति पड़ेगी।
हिंदू संस्कारों में, विवाह को सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक जरूरी संस्कार माना जाता है। वैदिक शास्त्रों में कहते हैं, शादी एक पवित्र रिश्ता है और इसे हमेशा शुभ समय पर किया जाना चाहिए। जैसा कि सभी शुभ समारोहों के लिए एक उचित समय होता है वैसे ही विवाह का भी एक उचित समय होना चाहिए।
ज्योतिषाचाय पंडित संतोष तिवारी ने बताया कि 15 जनवरी के बाद से मांगलिक कार्यों की शुरूआत होगी और इस माह 28 जनवरी तक दस शुभ मुहूर्त हैं। इस बार फरवरी में संर्वाधिक 15 दिन विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद मार्च माह में होलास्टक और खरमास लगने के बाद, 13 अप्रैल तक मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।
अप्रेल, मई और नौ जून तक खूब शहनाई बजेंगी। इसके बाद चार माह के लिए भगवान विष्णु विश्राम के लिए चले जाएंगे। 18 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के साथ शहनाई की गूंज शुरू हो जाएगी।
मार्च से सितंबर के मध्य चार ग्रहणः
वर्ष 2025 में चार ग्रहण लगेंगे, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्रग्रहण होंगे। ग्रहण लगने की शुरुआत मार्च से होगी। 14 मार्च को पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो भारत में नजर नहीं आएगा। साल का दूसरा ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में नहीं दिखेगा।
तीसरा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा, जो 7-8 सितंबर को होगा, यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। इसके साथ ही सितंबर में ही साल का आखिरी ग्रहण लेगा। 21-22 सितंबर को आंशिक सूर्य ग्रहण होगा, लेकिन यह ग्रहण भी भारत में नहीं दिखाई देगा।
इस वर्ष के शुभ मुहूर्त-
जनवरी-16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 24, 26, 28
फरवरी- 2, 3, 4, 7, 8, 14, 15, 16, 18, 20, 21, 22, 23, 25, 26
मार्च -1, 2, 3, 6 (सात मार्च से होलास्टक, इसके बाद खरमास)
अप्रैल- 14, 16, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 29, 30
मई- 1, 5, 6, 7, 8, 13, 15, 17, 18, 19, 24, 28
जून- 1, 2, 4, 7, 8, 9 (12 जून को गुरु अस्त हो जाएंगे, इसके बाद चार माह का चातुर्मास प्रारंभ होगा)
नवंबर-18, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 29, 30
दिसंबर- 4, 10, 11