गंगा नदी के तटीय क्षेत्रों में 600 हेक्टेयर रकबा हुआ चिन्हित की जाएगी प्राकृतिक खेती
जनपद हापुड़ में गंगा के तटीय क्षेत्र में 600 हेक्टेयर क्षेत्रफल को प्राकृतिक खेती के लिए रिजर्व किया गया है, जिसे 12 कलस्टर में बांट दिया है। मुहिम को साकार करने के लिए जिला कृषि अधिकारी कुरुक्षेत्र से प्रशिक्षण लेकर लौट आए हैं।
पहल को साकार करने के लिए जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार, प्रावैधिक सहायक टू मुज्जमिल खां व बहादुरगढ़ के किसान भारत भूषण गर्ग तीन दिवसीय कुरुक्षेत्र भ्रमण पर गए थे,
वहां उन्होंने प्राकृतिक खेती के मॉडल को समझा और आवश्यक बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार कर हापुड़ लौटे। जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग योजनांतर्गत इस पहल को साकार किया जाएगा।
प्राकृतिक खेती की पहल को साकार करने के लिए जैविक उत्पादों की पैकेजिंग एवं ब्रांडिंग करके कृषक उत्पादक संगठन के माध्यम से स्थानीय शहरों व देश के बड़े बड़े शहरों में विभिन्न कंपनी, संस्थाओं के माध्यम से बिक्री की जाएगी। 17 गांवों के 814 किसान प्राकृतिक खेती में अवसर तलाशेंगे।
उप कृषि निदेशक डॉ. बीबी द्विवेदी ने बताया कि गंगा नदी के तटीय क्षेत्रों में 600 हेक्टेयर रकबा चिन्हित कर लिया गया है। प्राकृतिक खेती को प्रभावशाली तरीके से करने के लिए इस भूमि को 12 कलस्टर में बांट दिया गया है, ताकि निगरानी में आसानी रहे।
जिला कृषि अधिकारी मनोज कुमार ने चयनित गांवों में झड़ीना, आलमगीरपुर, सिकंदरपुर, हैदरपुर, पसवाड़ा, बहादुरगढ़ समेत 17 गांव शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही जिले में प्राकृतिक खेती शुरू की जाएगी।