जनपद हापुड़ में अभिभावकों से शिक्षा के नाम पर मोटी फीस वसूलने वाले स्कूल संचालक बच्चों की सुरक्षा को लेकर कतई गंभीर नहीं है। वह अनफिट स्कूली वाहनों में बच्चों को लाने-ले जाने के लिए अनफिट स्कूली वाहनों को सड़कों पर दौड़ा रहे है।
28 नवंबर को बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के बागड़पुर पुल के पास स्कूली बच्चों से भरी एक अनफिट स्कूल बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी। इसमें 12 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए थे। इसकी सूचना मिलते ही अभिभावकों व पुलिस-प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई थी।
हालांकि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद सभी बच्चों को घर भेज दिया गया था। लेकिन इस घटना से स्कूल संचालकों और उप संभागीय परिवहन विभाग पर खूब आरोप लगे थे।
उप संभागीय परिवहन विभाग ने अपना पल्ला झाड़ने के लिए अनफिट स्कूली वाहनों की एक लिस्ट तैयार की थी। इसमें 53 स्कूली वाहन ऐसे पाए गए थे, जिन्होंने कई सालों से अपने वाहनों की फिटनेस नहीं कराई हैं।
जबकि, एक दिन एआरटीओ प्रवर्तन आशुतोष उपाध्याय ने अभियान चलाकर 14 स्कूली वाहनों पर कार्यवाही की थी। इसके बाद मामला ठंडा हो गया और अभी तक स्कूली वाहनों को नोटिस तक जारी नहीं किए गए है। जबकि, सड़कों पर अनफिट स्कूली वाहन दौड़ रहे हैं।
एआरटीओ-अजीत श्रीवास्तव ने बताया कि 53 स्कूली वाहनों ने अपनी फिटनेस नहीं कराई है। ऐसे वाहनों की सूची तैयार की गई है। जिन्हें नोटिस दिए जा रहे है। अगर कोई स्कूली वाहन संचलन की स्थिति में नहीं है, तो वह अपना पंजीयन निरस्त करा ले। अन्यथा की स्थिति में सीज की कार्यवाही की जाएगी।