जनपद हापुड़ में गर्मियां शुरू होने से पहले ही तीनों डिवीजन में दो फरवरी से 19 फरवरी तक 92 ट्रांसफार्मर फुंक गए हैं, गढ़ डिवीजन को भी पैनल्टी के दायरे में शामिल किया है, जबकि वह 12वें नंबर पर है।
बिजली निगम के अधिकारियों की लापरवाही से ट्रांसफार्मर डैमेज होते है, इससे ऊर्जा निगम पर अतिरिक्त भार पड़ता है साथ ही उपभोक्ताओं को भी परेशानी झेलनी पड़ती है।
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी ने शासन के आदेश पर पश्चिमांचल में टॉप-10 में आने वाले डिवीजन से डैमेट ट्रांसफार्मर का पैसा वसूलने के आदेश दिए हैं।
दो से 19 फरवरी तक की समीक्षा की गई, इसमें पिलखुवा डिवीजन में सर्वाधिक 37 ट्रांसफार्मर फुंके जो पश्चिमांचल में सातवें नंबर पर है, गढ़ डिवीजन में 34 ट्रांसफार्मर फुंके जो 12वें नंबर पर है।
हापुड़ डिवीजन में 21 ट्रांसफार्मर फुंके जो 37वें नंबर पर है। गढ़ को रिकवरी वाली श्रेणी में शामिल करने से अधिकारियों में नाराजगी है, क्योंकि टॉप दस में आने वालों को ही इसमें शामिल करने के आदेश थे। दोनों डिवीजन के एक्सईन, एसडीओ और जेई से 5.19 लाख की रिकवरी होगी, इसका नोटिस जारी किया गया है।
अभियंता अधीक्षण- यूके सिंह ने बताया कि ट्रांसफार्मर डैमेज के मामले में 12वें नंबर पर है, यह डिवीजन टॉप-10 में नहीं है। फिर भी डैमेटज के पैसे ही रिकवरी भेजी गई है, वहीं एसडीओ प्रभव हरित अवकाश पर थे, इसमें उनका नाम भी शामिल है। इन दोनों ही मामलों में उच्चाधिकारियों से वार्ता की जाएगी।