जनपद हापुड़ के पिलखुवा में नगर पालिका के ठेकेदार द्वारा बनाई गई सड़क का 40 लाख रुपये का भुगतान पालिका के एक पूर्व सफाई निरीक्षक के खाते में हस्तांतरित हो गया। हालांकि पूर्व सफाई निरीक्षक ने लेखाधिकारी को 40 लाख रुपये का चेक दे दिया। वहीं पालिका के अधिशासी अधिकारी ने लेखाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्यवाही के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
अलीगढ़ निवासी अवधेश कुमार नगर पालिका के ठेकेदार है, जो लंबे समय से नाले और सड़क बनाने का काम करते चले आ रहे हैं। इसके अलावा करीब दो साल पहले अवधेश कुमार यादव पालिका में सफाई निरीक्षक के पद पर तैनात थे, जिनका तबादला हो चुका है। नगर पालिकाध्यक्ष विभु बंसल और अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह ने ठेकेदार अवधेश कुमार के 40 लाख रुपये के बिलों का भुगतान करने के लिए लेखाधिकारी को निर्देश दिए थे। लेखाधिकारी द्वारा ठेकेदार की जगह पूर्व सफाई निरीक्षक के बैंक खाते में 40 लाख रुपये की रकम ट्रांसफर कर दी गई। गलत खाते में रकम ट्रांसफर होने की जानकारी मिलने पर लेखाधिकारी के अलावा अधिकारियों के पैरों तले से जमीन निकल गई। ठेकेदार व सफाई निरीक्षक का एक जैसा नाम होने के कारण लेखाधिकारी की लापरवाही उजागर हुई है। लेखाधिकारी और एक जनप्रतिनिधि पूर्व कर्मी के पास पहुंचे और 40 लाख रुपये का चेक लेकर आए।
पालिका के पूर्व सफाई निरीक्षक अवधेश कुमार यादव ने बताया कि मोबाइल पर 40 लाख रुपये खाते में आने का संदेश मिलते ही वह घबरा गए। उन्होंने सोचा किसी व्यक्ति द्वारा फंसाने के लिए रकम भेजी गई है। लेकिन लेखाधिकारी और अन्य कर्मचारियों का फोन आने पर पता चला की गलती से रुपये हस्तांतरित हो गए है। लेखाधिकारी के आने पर 40 लाख का चेक दे दिया गया। ईओ ने लेखाधिकारी से जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्यवाही के लिए रिपोर्ट भेजी जाएगी।
नगर पालिका परिषद पिलखुवा अधिशासी अधिकारी इंद्रपाल सिंह- ने बताया की गलत खाते में रकम हस्तांतरित होना लेखाधिकारी की लापरवाही दर्शाता है। पता चला है कि पूर्व में भी लेखाधिकारी द्वारा इस प्रकार के कृत्य किए जा चुके हैं। लेखाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्यवाही के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।