हापुड़। बुलंदशहर रोड पर लगातार सड़क धंसने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। बुधवार को नगर पालिका की करीब 35 वर्ष पुरानी पेयजल पाइप लाइन को बंद करा दिया गया। साथ ही सड़क के नीचे भरे पानी को जनरेटर की सहायता से बाहर निकाला गया।
लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा लगभग 47 करोड़ रुपये की लागत से मेरठ-बुलंदशहर रोड का चौड़ीकरण कराया गया था। वहीं, जल निगम नगरीय द्वारा 33 करोड़ रुपये की लागत से पांच साल पहले सीवरेज लाइन बिछाई गई थी। आठ महीने पहले इसी पुराने मार्ग पर डामर की नई लेयर डाली गई, लेकिन रामपुर रोड मोड़ से मां मंशा देवी मंदिर तक सड़क तीन अलग-अलग स्थानों पर लगभग 5-5 मीटर तक धंस गई है, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पानी रिसाव से कमजोर हो रही थी सड़क की नींव
पूर्व में हुए निरीक्षण में पाया गया कि सीवरेज पाइपलाइन सड़क की सतह से करीब तीन मीटर नीचे है। इसके अलावा पालिका की पेयजल लाइन सड़क से लगभग दो फुट नीचे से गुजर रही थी। यह पाइप लाइन अब पुरानी हो चुकी थी और वर्तमान में उपयोग में नहीं लाई जा रही थी, क्योंकि नई पाइप लाइन से जल कनेक्शन पहले ही स्थानांतरित किए जा चुके थे।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता शैलेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि सड़क की नींव को हो रहे नुकसान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया कि पुरानी पेयजल पाइपलाइन को बंद कर दिया जाए। साथ ही जहां पानी भराव मिला, वहां जनरेटर की मदद से उसे बाहर निकाला गया है, ताकि सड़क की मजबूती बनी रहे।
स्थानीय लोगों की लंबे समय से थी मांग
गौरतलब है कि स्थानीय लोगों द्वारा पहले भी कई बार सड़क के धंसने और टूटने की शिकायतें की जा चुकी थीं। अब अधिकारियों द्वारा की गई इस कार्रवाई से उम्मीद है कि सड़क की मरम्मत और सुरक्षा को लेकर सुधार होगा।