हापुड़ जिले के चारों ब्लॉक के 212 गांवों में खराब पड़े हैंडपंपों को सही कराया जाएगा। गर्मी को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। लगभग तीन सौ हैंडपंपों की मरम्मत कराने के साथ ही 172 को री-बोर किया जाएगा।
तपती गर्मी के कारण इन दिनों पेयजल की बहुत अधिक समस्या है। शहर से लेकर गांवों तकलगे हैंडपंपों की हालत बदहाल है। पानी की समस्या की वजह से लोगों को को दिक्कतों का सामान करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में शहर से लेकर गांवों तक पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। पेयजल आपूर्ति बाधित रहने से लोगों को पेयजल की परेशानी झेलनी पड़ रही है। गांवों में हैंडपंपों के जरिए पेयजल की सबसे अधिक आपूर्ति होती है। ऐसे में ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए हैंडपंपों को सही कराने का कार्य प्रारंभ कराया गया है।
भीषण गर्मी में खराब हैंडपंप लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गए है। बता दें कि जिले में हापुड़, सिंभावली, गढ़मुक्तेश्वर और पिलखुवा ब्लॉक में इन हैंडपंपों की मरम्मत कराई जाएगी। इसके लिए खंड विकास कार्यालयों के अधिकारियों को लक्ष्य देने के साथ ही कार्य शुरू करा दिया गया है। इसमें एक हैंडपंप की मरम्मत पर तीन सौ का खर्च आ रहा है। जबकि, री-बोर पर तीन से पांच हजार रुपये तक का खर्चा है।
डीपीआरओ शिव बिहारी शुक्ला ने बताया कि गर्मी को देखते हुए गांवों में खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराने के साथ ही री- बोर भी कराया जा रहा है। संबंधित बीडीओ इसकी निगरानी कर रहे हैं।