जनपद हापुड़ में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए सरकारी अस्पतालों में वेटिंग चल रही है। एक महीने में 150 ऑपरेशन किए जा चुके हैं। इसके अलावा आंखों में एलर्जी और संक्रमण के मरीज भी बढ़ रहे हैं।
जिला अस्पताल में निशुल्क सुविधा है, जबकि प्राइवेट में 12 से 20 हजार रुपये तक खर्च आ रहा है। तेज गर्मी के कारण मोतियाबिंद से परेशान मरीजों की आंखों में ज्यादा दिक्कत होने लगी है। जिससे आंखों में एलर्जी और संक्रमण के मरीजों की भी सांख्य बढ़ रही हैं।
जिला अस्पताल और सीएचसी के नेत्र विभागों में ऐसे मरीजों की भरमार है। अधिकांश मरीज 50 साल से अधिक उम्र वाले हैं, जिनके सप्ताह में तीन से चार दिन ऑपरेशन किया जा रहे हैं।
जिला अस्पताल में सर्जरी के लिए दो नेत्र सर्जन नियुक्त हैं। एक दिन में आठ से दस ऑपरेशन किए जा रहे हैं, जो सप्ताह में मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को ऑपरेशन कर रहे हैं। हर सप्ताह 32 से 40 मरीजों के ऑपरेशन हो रहे हैं।
लेंस की गुणवत्ता को चिकित्सक अच्छा बता रहे हैं, सरकारी अस्पतालों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए वेटिंग चल रही है, हालांकि इससे कहीं अधिक ऑपरेशन प्राइवेट अस्पतालों में हो रहे हैं जहां एक लैंस की कीमत 12 हजार रुपये से शुरू होकर काफी ऊंचे दामों तक हैं।
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अतुल आनंद का कहना है की जिले में मोतियाबिंद के ऑपरेशन वाले मरीजों की संख्या फरवरी और मार्च से बढ़ी है। रोजाना आठ से दस मरीजों की सर्जरी की जा रही है। इसके अलावा सामान्य ओपीडी में भी नेत्र रोगियों की संख्या काफी बढ़ गई है।