जनपद हापुड़ में बच्चों पर मधुमेह का अटैक हो रहा है, महज 14 साल का बच्चा इंसूलनि के सहारे अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। सीएचसी में जांच के दौरान शुगर का स्तर 600 के पार मिला।
सीएचसी की काउंसलिंग विंग में एक 14 साल का बच्चा आया, उसके शुगर का लेबल 600 के पार था। काउंसलिंग में बच्चे ने बताया कि दिन में दो बार इंसुलीन लेना पड़ रहा है।
काउंसलर डॉ. ऊषा गुप्ता ने बताया कि जून महीने में 1700 लोगों ने जांच कराई है। 1080 मरीजों की काउंसलिंग हो रही है। जिन मरीजों में शुगर की शुरूआत है उन्हें व्यायाम या परहेज से ही शुगर नियंत्रित करने की सलाह दी जा रही है।
जिलेभर में मरीजों की स्थिति पर गौर करें तो 60 हजार से अधिक मरीज मधुमेह को नियंत्रित करने की दवाएं खा रहे हैं। मौजूदा समय में डायबिटीज न सिर्फ बड़ों को बल्कि युवा लोगों को भी अपनी चपेट में ले रही है। ऐसे मरीजों को अपना खास ख्याल रखना चाहिए।
डायबिटीज का कारण खराब लाइफस्टाइल के अलावा तनाव और स्ट्रेस भी है। डायबिटीज वाले मरीजों को हार्ट अटैक का ज्यादा रिस्क रहता है। परहेज और व्यायाम से भी कई बार मरीज मधुमेह को नियंत्रित रखते हैं।