हापुड़ जिले के तीनों डिवीजन के 52 बिजलीघरों से संविदा पर तैनात 104 एसएसओ हटा दिए गए हैं। तीन सदस्य गैंग के छंटनी की भी चर्चाएं हैं। ऐसे में व्यवस्थाएं चरमरा सकती हैं। संविदाकर्मी संगठन के विरोध पर एसई ने एमडी को पत्र लिखा है। संगठन की ओर से 10 नवंबर तक हटाए गए एसएसओ को बहाल करने का अल्टीमेटम भी दिया गया है।
बिजली व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए हर बिजलीघर पर चार गैंग तैनात किए गए थे। हर गैंग में एक कुशल और दो अकुशल लाइनमैन रखे गए। साथ ही बिजलीघर को सुचारू रखने के लिए चार एसएसओ भी नियुक्त थे। हाल ही में निगम की ओर से निकाली गई टेंडर प्रक्रिया में दूसरी कंपनी को कर्मचारी रखने की जिम्मेदारी दी है।
जिले के बिजलीघरों पर बेहतर व्यवस्थाओं को लेकर जहां पहले करीब 765 कर्मचारी रखे जाते थे, अब इनमें 104 की सीधी कटौती हो गई है। हटाए गए दो एसएसओ के स्थान पर एक एक टीजीटू (स्थाई कर्मचारी) नियुक्त किया गया है। इस तरह स्टाफ के हटाए जाने के बाद से व्यवस्थाएं गड़बड़ाने का खतरा बन गया है। जिसके कारण अधीक्षण अभियंता ने एमडी को पत्र भी लिखा है।
अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल- ने बताया की बिजलीघरों से एसएसओ को हटाने के मामले में उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा है। गैंग में किसी की छंटनी नहीं होगी। जिले में बेहतर बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन कराया जा रहा है।