हापुड़ में नगर पालिका ने नालों की सफाई पर करीब दस लाख रुपये खर्च किए थे, लेकिन बृहस्पतिवार तड़के सुबह हुई बरसात ने इस सफाई अभियान की पोल खोल दी। करीब एक घंटे तक बरसात में नाले ओवरफ्लो हो गए और मुख्य मार्गों से लेकर मोहल्लों में जलभराव हुआ। बृहस्पतिवार सुबह जलभराव से लोगों का निकलना मुश्किल हो गया।
बारिश ने नगर पालिका के साफ-सफाई के दावों की खोली पोल दी। बारिश में शहर की सड़कें डूब गईं। बृहस्पतिवार सुबह हुए जलभराव से नगर पालिका के साफ-सफाई के दावे धरे रह गए।
लगभग 20 दिनों से नालों की सफाई कराई जा रही है। लगभग 10 लाख रुपये की लागत से जेसीबी मशीनों, ट्रैक्टर- ट्राली आदि की मदद से सफाई का कार्य हुआ था। उम्मीद थी कि इस बरसात में जलभराव की समस्या से जूझना नहीं पड़ेगा, लेकिन बृहस्पतिवार की सुबह ही शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया।
तड़के सुबह करीब चार बजे तेज बरसात शुरू हुई। लगभग एक घंटे तक झमाझम बारिश होने से शहर की सड़कों पर जलभराव हो गया। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। मेरठ रोड पर रोडवेज बस में जलभराव के बाद कीचड़ पसर गया। इस कारण यहां से यात्रियों को निकलने में परेशानी हुई। मेरठ रोड पर ही साइलो द्वितीय पुलिस चौकी के बाहर दुकान के आगे जलभराव हुआ। किठोर रोड, गढ़ रोड, धीरखेड़ा मार्ग, मेरठ रोड, मीनाक्षी रोड, रेलवे रोड, फ्री गंज रोड आदि मार्गों पर जलभराव हुआ।
ईओ व डिप्टी कलक्टर मनोज कुमार- ने बताया की सुबह के समय कुछ स्थानों पर जलभराव की शिकायत थी, लेकिन नालों की सफाई बेहतर तरीके से होने के कारण तुरंत पानी निकल गया। लोगों को कोई परेशानी नगर पालिका के कारण नहीं झेलनी पड़ी है।