हापुड़ जिले में 10 एग्री जंक्शन बनाए जाएंगे। एक छत के नीचे कृषि संबंधी तमाम सुविधाएं मिल सकेंगी। कृषि स्नातक युवाओं के लिए स्वावलंबन योजना के तहत आवेदन खोले गए हैं। इसमें स्नातकों को उद्यम स्थापित करने के लिए अनुदान मिलेगा।
जिले में 10 एग्री जंक्शन केंद्र खोले जाने का लक्ष्य मिला है। इसके लिए अब अभ्यर्थियों का चयन होगा और उसके बाद उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में बताया जाएगा कि किस फसल में कितना फर्टिलाइजर, दवा और बीज पड़ेगा। योजना युवाओं को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने वाली है। बैंक से तीन लाख रुपये ऋण की भी सुविधा मिलेगी। चार से छह प्रतिशत पर ऋण मिलेगा। लाइसेंस की कोई फीस नहीं होगी। अगर अभ्यर्थी अपने स्तर पर खाद का लाइसेंस लेना चाहता है तो उसे 1250 रुपये फीस देनी होगी। यह पांच साल के लिए मान्य होता है।
बीज के लिए एक हजार रुपये फीस लगती है। जो चार साल के लिए मान्य होता है। कीटनाशक बिक्री के लिए 1500 रुपये लाइसेंस फीस लगती है। जबकि यह लाइसेंस हमेशा के लिए मान्य होगा। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए पहले अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा और उसके बाद चयनित अभ्यर्थियों को लाइसेंस जारी किए जाएंगे।
प्रदेश सरकार की प्रशिक्षित कृषि उद्यमी स्वावलंबन योजना का उद्देश्य किसानों को फसल उत्पादों के लिए कृषि केंद्र यानी एग्री जंक्शन के बैनर तले समस्त सुविधाएं वन स्टाप शॉप के माध्यम से उपलब्ध कराने का है। इन पर एक ही छत के नीचे खेती से जुड़े तमाम यंत्र, बीज, कीटनाशक मिल सकेंगे। कृषि स्नातक युवाओं के लिए स्वावलंबन योजना के तहत आवेदन खोले गए हैं। इससे किसानों को न सिर्फ कृषि संबंधी जरूरतों के लिए केवल एक ही स्थान पर जाना पड़ेगा, बल्कि बेरोजगार कृषि स्नातकों को भी रोजगार का अवसर मिल सकेगा। शासन से 85450 रुपये अनुदान की भी व्यवस्था है।
उप कृषि निदेशक डॉ. वीबी द्विवेदी- ने बताया की जिले में दस एग्रीजंक्शन केंद्र बनेंगे, इसके लिए कृषि व सहबद्ध विषयों से स्नातक युवा 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। केंद्र स्थापना के लिए अनुदान की भी व्यवस्था है।