हापुड़ जिले में दस हजार से अधिक उपभोक्ता दो किलोवाट के कनेक्शन पर पांच किलोवाट से अधिक लोड चला रहे हैं। इससे स्थानीय फॉल्ट बढ़ रहे हैं। ट्रिपिंग से उपभोक्ता परेशान है। लोड की सही गणना नहीं हो पाने से फॉल्ट बढ़ रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को चेतावनी देते हुए लोड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, कैंप भी लगाए जा रहे हैं।
जिले के तीनों डिवीजन में करीब 2.90 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। भीषण गर्मी में अचानक बिजली की डिमांड बढ़ जाने से अघोषित कटौती, फाल्ट और ट्रिपिंग की समस्या खड़ी हो गई है। सबसे ज्यादा समस्या ओवर लोडिंग के कारण लोकल फॉल्ट और ट्रांसफार्मर फुंकने से होती है।
इसकी एक वजह यह भी है कि तमाम ट्रांसफार्मरों को लेकर यह स्पष्ट नहीं है कि वहां कितना लोड है। क्योंकि शहर में ऐसे उपभोक्ताओं की बड़ी संख्या है जिन्होंने कनेक्शन के समय दो या तीन किलोवाट लोड लिया था, लेकिन अब उनके घरों या फिर प्रतिष्ठानों पर बिजली की खपत बढ़कर पांच-छह किलोवाट तक पहुंच गई है और उन्होंने इसके अनुसार अब तक लोड नहीं बढ़वाया है। अधिकारी स्वीकृत लोड के अनुसार बेहतर सप्लाई देने का डाटा भी तैयार नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे उपभोक्ताओं को चेतावनी देते हुए लोड बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, कैंप भी लगाए जा रहे हैं।
देहात और पुराने शहर में इस तरह की सबसे ज्यादा समस्या है। काफी संख्या में उपभोक्ताओं ने घरों में दो-तीन एसी भी लगवा लिए हैं, लेकिन लोड नहीं बढ़वाया है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार शहर में ऐसे उपभोक्ताओं की संख्या दस हजार से ज्यादा है। ऊर्जा निगम अब अभियान चलाकर ऐसे उपभोक्ताओं को चिह्नित कर उनके घरों में बिजली की खपत के अनुसार लोड बढ़ाएगा।
अधीक्षण अभियंता अवनीश कुमार- ने बताया की जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन पर स्वीकृत भार से अधिक भार चल रहा है. ऐसे उपभोक्ता समय से लोड बढ़वा लें। जल्द ही अभियान चलाकर कार्रवाई भी की जाएगी। समय रहते लोड बढ़वा लें।