हापुड़/ सिंभावली। सरकार ने ग्रामीणों के लिए हर घर शुद्ध जल मुहैया कराने के मकसद से जल जीवन मिशन के योजना शुरू की थी। लेकिन धरातल पर स्थिति ठीक उलट है। ठेकेदारों की निरंकुशता और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से गांवों से निकलना मुश्किल हो गया है। पिछले एक साल से सड़क टूटी पड़ी हैं। घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचना भी ग्रामीणों के लिए सपना बना हुआ है।
गांव सैना में अभी तक जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल नहीं पहुंच पाया है। एक साल से अधिक का समय बीत गया, लेकिन सड़कें टूटी पड़ी हैं। ग्रामीण इन रास्तों से निकल नहीं पाते। यह समस्या कोई देखने और सुनने वाला नहीं है। ग्रामीण प्रधान से सड़कों की मरम्मत समेत टंकी निर्माण को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।
जल निगम के अधिकारी मौके पर न जाकर बंद कमरों से ही प्रगति रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को बता रहे हैं। जबकि धरातल पर स्थिति कुछ और है। गांव में अभी तक सड़क टूटी पड़ी है। जल जीवन मिशन योजना अधर में अटकी हुई है। लोकसभा चुनाव का मतदान हो गया, बावजूद इसके जनप्रतिनिधि और जल निगम के अधिकारी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे। शिकायतों के बावजूद कोई सुनने वाला नहीं घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचना भी ग्रामीणों के लिए सपना बना हुआ है।
एसडीएम साक्षी शर्मा ने बताया कि गांवों में पानी की टंकी का निर्माण कार्य रुका होने की जानकारी नहीं है। जल निगम के अधिकारियों को पत्राचार करते हुए शीघ्र ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लोगों को लाभ दिलाया जाएगा।